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وَقَالَ الَّذِيْنَ كَفَرُوْٓا ءَاِذَا كُنَّا تُرَابًا وَّاٰبَاۤؤُنَآ اَىِٕنَّا لَمُخْرَجُوْنَ   ( النمل: ٦٧ )

And say
وَقَالَ
और कहा
those who
ٱلَّذِينَ
उन लोगों ने जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوٓا۟
कुफ़्र किया
"What when
أَءِذَا
क्या जब
we have become
كُنَّا
हो जाऐंगे हम
dust
تُرَٰبًا
मिट्टी
and our forefathers
وَءَابَآؤُنَآ
और आबा ओ अजदाद हमारे
will we
أَئِنَّا
क्या यक़ीनन हम
surely be brought out?
لَمُخْرَجُونَ
ज़रूर निकाले जाऐंगे

Waqala allatheena kafaroo aitha kunna turaban waabaona ainna lamukhrajoona (an-Naml 27:67)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जिन लोगों ने इनकार किया वे कहते है कि 'क्या जब हम मिट्टी हो जाएँगे और हमारे बाप-दादा भी, तो क्या वास्तव में हम (जीवित करके) निकाले जाएँगे?

English Sahih:

And those who disbelieve say, "When we have become dust as well as our forefathers, will we indeed be brought out [of the graves]? ([27] An-Naml : 67)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और कुफ्फार कहने लगे कि क्या जब हम और हमारे बाप दादा (सड़ गल कर) मिट्टी हो जाएँगें तो क्या हम फिर निकाले जाएँगें