وَلَا تَدْعُ مَعَ اللّٰهِ اِلٰهًا اٰخَرَۘ لَآ اِلٰهَ اِلَّا هُوَۗ كُلُّ شَيْءٍ هَالِكٌ اِلَّا وَجْهَهٗ ۗ لَهُ الْحُكْمُ وَاِلَيْهِ تُرْجَعُوْنَ ࣖ ( القصص: ٨٨ )
And (do) not
وَلَا
और ना
invoke
تَدْعُ
आप पुकारिए
with
مَعَ
साथ
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
god
إِلَٰهًا
कोई इलाह
other
ءَاخَرَۘ
दूसरा
(There is) no
لَآ
नहीं कोई इलाह(बरहक़)
god
إِلَٰهَ
नहीं कोई इलाह(बरहक़)
except
إِلَّا
मगर
Him
هُوَۚ
वो ही
Every
كُلُّ
हर
thing
شَىْءٍ
चीज़
(will be) destroyed
هَالِكٌ
हलाक होने वाली है
except
إِلَّا
सिवाए
His Face
وَجْهَهُۥۚ
उसके चेहरे के
To Him
لَهُ
उसी के लिए है
(is) the Decision
ٱلْحُكْمُ
हुक्म
and to Him
وَإِلَيْهِ
और उसी की तरफ़
you will be returned
تُرْجَعُونَ
तुम पलटाए जाओगे
Wala tad'u ma'a Allahi ilahan akhara la ilaha illa huwa kullu shayin halikun illa wajhahu lahu alhukmu wailayhi turja'oona (al-Q̈aṣaṣ 28:88)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और अल्लाह के साथ किसी और इष्ट-पूज्य को न पुकारना। उसके सिवा कोई इष्ट-पूज्य नहीं। हर चीज़ नाशवान है सिवास उसके स्वरूप के। फ़ैसला और आदेश का अधिकार उसी को प्राप्त है और उसी की ओर तुम सबको लौटकर जाना है
English Sahih:
And do not invoke with Allah another deity. There is no deity except Him. Everything will be destroyed except His Face. His is the judgement, and to Him you will be returned. ([28] Al-Qasas : 88)