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bismillah

طسٓمٓ
ط س م

Taseenmeem

ता॰ सीन॰ मीम॰

Tafseer (तफ़सीर )

تِلْكَ
ये
ءَايَٰتُ
आयात हैं
ٱلْكِتَٰبِ
वाज़ेह किताब की
ٱلْمُبِينِ
वाज़ेह किताब की

Tilka ayatu alkitabi almubeeni

(जो आयतें अवतरित हो रही है) वे स्पष्ट। किताब की आयतें हैं

Tafseer (तफ़सीर )

نَتْلُوا۟
हम पढ़ते हैं
عَلَيْكَ
आप पर
مِن
कुछ ख़बर
نَّبَإِ
कुछ ख़बर
مُوسَىٰ
मूसा की
وَفِرْعَوْنَ
और फ़िरऔन की
بِٱلْحَقِّ
साथ हक़ के
لِقَوْمٍ
उन लोगों के लिए
يُؤْمِنُونَ
जो ईमान लाते हैं

Natloo 'alayka min nabai moosa wafir'awna bialhaqqi liqawmin yuminoona

हम उन्हें मूसा और फ़िरऔन का कुछ वृत्तान्त ठीक-ठीक सुनाते है, उन लोगों के लिए जो ईमान लाना चाहें

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
فِرْعَوْنَ
फ़िरऔन ने
عَلَا
सरकशी की
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
وَجَعَلَ
और उसने कर दिया
أَهْلَهَا
उसके रहने वालों को
شِيَعًا
कई गिरोह
يَسْتَضْعِفُ
उसने कमज़ोर कर रखा था
طَآئِفَةً
एक गिरोह को
مِّنْهُمْ
उनमें से
يُذَبِّحُ
वो ज़िबह करता था
أَبْنَآءَهُمْ
उनके बेटों को
وَيَسْتَحْىِۦ
और वो ज़िन्दा छोड़ देता था
نِسَآءَهُمْۚ
उनकी औरतों को
إِنَّهُۥ
बेशक वो
كَانَ
था वो
مِنَ
फ़साद करने वालों में से
ٱلْمُفْسِدِينَ
फ़साद करने वालों में से

Inna fir'awna 'ala fee alardi waja'ala ahlaha shiya'an yastad'ifu taifatan minhum yuthabbihu abnaahum wayastahyee nisaahum innahu kana mina almufsideena

निस्संदेह फ़िरऔन ने धरती में सरकशी की और उसके निवासियों को विभिन्न गिरोहों में विभक्त कर दिया। उनमें से एक गिरोह को कमज़ोर कर रखा था। वह उनके बेटों की हत्या करता और उनकी स्त्रियों को जीवित रहने देता। निश्चय ही वह बिगाड़ पैदा करनेवालों में से था

Tafseer (तफ़सीर )

وَنُرِيدُ
और हम चाहते थे
أَن
कि
نَّمُنَّ
हम एहसान करें
عَلَى
उन पर जो
ٱلَّذِينَ
उन पर जो
ٱسْتُضْعِفُوا۟
कमज़ोर बनाए गए थे
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
وَنَجْعَلَهُمْ
और हम बनाऐं उन्हें
أَئِمَّةً
इमाम /पेशवा
وَنَجْعَلَهُمُ
और हम बनाऐं उन्हें
ٱلْوَٰرِثِينَ
वारिस

Wanureedu an namunna 'ala allatheena istud'ifoo fee alardi wanaj'alahum aimmatan wanaj'alahumu alwaritheena

और हम यह चाहते थे कि उन लोगों पर उपकार करें, जो धरती में कमज़ोर पड़े थे और उन्हें नायक बनाएँ और उन्हीं को वारिस बनाएँ

Tafseer (तफ़सीर )

وَنُمَكِّنَ
और हम इक़तिदार बख़्शें
لَهُمْ
उन्हें
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
وَنُرِىَ
और हम दिखा दें
فِرْعَوْنَ
फ़िरऔन को
وَهَٰمَٰنَ
और हामान को
وَجُنُودَهُمَا
और उन दोनों के लश्करों को
مِنْهُم
उनसे
مَّا
(वो चीज़) जिससे
كَانُوا۟
थे वो
يَحْذَرُونَ
वो डरते

Wanumakkina lahum fee alardi wanuriya fir'awna wahamana wajunoodahuma minhum ma kanoo yahtharoona

और धरती में उन्हें सत्ताधिकार प्रदान करें और उनकी ओर से फ़िरऔन और हामान और उनकी सेनाओं को वह कुछ दिखाएँ, जिसकी उन्हें आशंका थी

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَوْحَيْنَآ
और वही की हमने
إِلَىٰٓ
तरफ़
أُمِّ
मूसा की माँ के
مُوسَىٰٓ
मूसा की माँ के
أَنْ
कि
أَرْضِعِيهِۖ
दूध पिलाओ उसे
فَإِذَا
फिर जब
خِفْتِ
ख़ौफ़ हो तुम्हें
عَلَيْهِ
उस पर
فَأَلْقِيهِ
तो फिर डाल दो उसे
فِى
दरया में
ٱلْيَمِّ
दरया में
وَلَا
और ना
تَخَافِى
तुम डरो
وَلَا
और ना
تَحْزَنِىٓۖ
तुम ग़म करो
إِنَّا
बेशक हम
رَآدُّوهُ
लौटा देने वाले हैं उसे
إِلَيْكِ
तरफ़ तेरे
وَجَاعِلُوهُ
और बनाने वाले हैं उसे
مِنَ
रसूलों में से
ٱلْمُرْسَلِينَ
रसूलों में से

Waawhayna ila ommi moosa an ardi'eehi faitha khifti 'alayhi faalqeehi fee alyammi wala takhafee wala tahzanee inna raddoohu ilayki waja'iloohu mina almursaleena

हमने मूसा की माँ को संकेत किया कि 'उसे दूध पिला फिर जब तुझे उसके विषय में भय हो, तो उसे दरिया में डाल दे और न तुझे कोई भय हो और न तू शोकाकुल हो। हम उसे तेरे पास लौटा लाएँगे और उसे रसूल बनाएँगे।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَٱلْتَقَطَهُۥٓ
पस उठा लिया उसे
ءَالُ
आले फ़िरऔन ने
فِرْعَوْنَ
आले फ़िरऔन ने
لِيَكُونَ
ताकि वो हो
لَهُمْ
उनके लिए
عَدُوًّا
दुश्मन
وَحَزَنًاۗ
और ग़म को (मोजिब)
إِنَّ
बेशक
فِرْعَوْنَ
फ़िरऔन
وَهَٰمَٰنَ
और हामान
وَجُنُودَهُمَا
और उन दोनों के लश्कर
كَانُوا۟
थे वो
خَٰطِـِٔينَ
ख़ताकार

Failtaqatahu alu fir'awna liyakoona lahum 'aduwwan wahazanan inna fir'awna wahamana wajunoodahuma kanoo khatieena

अन्ततः फ़िरऔन के लोगों ने उसे उठा लिया, ताकि परिणामस्वरूप वह उनका शत्रु और उनके लिए दुख बने। निश्चय ही फ़िरऔन और हामान और उनकी सेनाओं से बड़ी चूक हुई

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالَتِ
और कहने लगी
ٱمْرَأَتُ
बीवी
فِرْعَوْنَ
फ़िरऔन की
قُرَّتُ
ठंडक
عَيْنٍ
आँखों की
لِّى
मेरे लिए
وَلَكَۖ
और तेरे लिए
لَا
ना तुम क़त्ल करो इसे
تَقْتُلُوهُ
ना तुम क़त्ल करो इसे
عَسَىٰٓ
उम्मीद है
أَن
कि
يَنفَعَنَآ
वो नफ़ा देगा हमें
أَوْ
या
نَتَّخِذَهُۥ
हम बना लेंगे उसे
وَلَدًا
बेटा
وَهُمْ
और वो
لَا
नहीं वो शऊर रखते थे
يَشْعُرُونَ
नहीं वो शऊर रखते थे

Waqalati imraatu fir'awna qurratu 'aynin lee walaka la taqtuloohu 'asa an yanfa'ana aw nattakhithahu waladan wahum la yash'uroona

फ़िरऔन की स्त्री ने कहा, 'यह मेरी और तुम्हारी आँखों की ठंडक है। इसकी हत्या न करो, कदाचित यह हमें लाभ पहुँचाए या हम इसे अपना बेटा ही बना लें।' और वे (परिणाम से) बेख़बर थे

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَصْبَحَ
और हो गया
فُؤَادُ
दिल
أُمِّ
मूसा की माँ का
مُوسَىٰ
मूसा की माँ का
فَٰرِغًاۖ
ख़ाली
إِن
बेशक
كَادَتْ
क़रीब था
لَتُبْدِى
कि वो ज़ाहिर कर देती
بِهِۦ
उसे
لَوْلَآ
अगर ना होता
أَن
ये कि
رَّبَطْنَا
मज़बूत कर दिया हमने
عَلَىٰ
उसके दिल को
قَلْبِهَا
उसके दिल को
لِتَكُونَ
ताकि वो हो
مِنَ
ईमान लाने वालों में से
ٱلْمُؤْمِنِينَ
ईमान लाने वालों में से

Waasbaha fuadu ommi moosa farighan in kadat latubdee bihi lawla an rabatna 'ala qalbiha litakoona mina almumineena

और मूसा की माँ का हृदय विचलित हो गया। निकट था कि वह उसको प्रकट कर देती, यदि हम उसके दिल को इस ध्येय से न सँभालते कि वह मोमिनों में से हो

Tafseer (तफ़सीर )
कुरान की जानकारी :
अल-क़सस
القرآن الكريم:القصص
आयत सजदा (سجدة):-
सूरा (latin):Al-Qasas
सूरा:28
कुल आयत:88
कुल शब्द:441
कुल वर्ण:5800
रुकु:8
वर्गीकरण:मक्कन सूरा
Revelation Order:49
से शुरू आयत:3252