وَلَوْ شِئْنَا لَاٰتَيْنَا كُلَّ نَفْسٍ هُدٰىهَا وَلٰكِنْ حَقَّ الْقَوْلُ مِنِّيْ لَاَمْلَـَٔنَّ جَهَنَّمَ مِنَ الْجِنَّةِ وَالنَّاسِ اَجْمَعِيْنَ ( السجدة: ١٣ )
And if
وَلَوْ
और अगर
We (had) willed
شِئْنَا
चाहते हम
surely We (would) have given
لَءَاتَيْنَا
अलबत्ता दे देते हम
every
كُلَّ
हर
soul
نَفْسٍ
नफ़्स को
its guidance
هُدَىٰهَا
हिदायत उसकी
but
وَلَٰكِنْ
और लेकिन
(is) true
حَقَّ
सच होगई
the Word
ٱلْقَوْلُ
बात
from Me
مِنِّى
मेरी तरफ़ से
that I will surely fill"
لَأَمْلَأَنَّ
अलबत्ता मैं ज़रूर भर दूँगा
Hell
جَهَنَّمَ
जहन्नम को
with
مِنَ
जिन्नों से
the jinn
ٱلْجِنَّةِ
जिन्नों से
and the men
وَٱلنَّاسِ
और इन्सानों से
together
أَجْمَعِينَ
सब के सब से
Walaw shina laatayna kulla nafsin hudaha walakin haqqa alqawlu minnee laamlaanna jahannama mina aljinnati waalnnasi ajma'eena (as-Sajdah 32:13)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यदि हम चाहते तो प्रत्येक व्यक्ति को उसका अपना संमार्ग दिखा देते, तिन्तु मेरी ओर से बात सत्यापित हो चुकी है कि 'मैं जहन्नम को जिन्नों और मनुष्यों, सबसे भरकर रहूँगा।'
English Sahih:
And if We had willed, We could have given every soul its guidance, but the word from Me will come into effect [that] "I will surely fill Hell with jinn and people all together. ([32] As-Sajdah : 13)