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اَنِ اعْمَلْ سٰبِغٰتٍ وَّقَدِّرْ فِى السَّرْدِ وَاعْمَلُوْا صَالِحًاۗ اِنِّيْ بِمَا تَعْمَلُوْنَ بَصِيْرٌ   ( سبإ: ١١ )

That
أَنِ
कि
make
ٱعْمَلْ
बनाओ
full coats of mail
سَٰبِغَٰتٍ
कुशादह ज़रहें
and measure precisely
وَقَدِّرْ
और अंदाज़े पर रखो
[of]
فِى
हल्क़े में
the links (of armor)
ٱلسَّرْدِۖ
हल्क़े में
and work
وَٱعْمَلُوا۟
और अमल करो
righteousness
صَٰلِحًاۖ
नेक
Indeed I Am
إِنِّى
बेशक मैं
of what
بِمَا
उसे जो
you do
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो
All-Seer
بَصِيرٌ
ख़ूब देखने वाला हूँ

Ani i'mal sabighatin waqaddir fee alssardi wai'maloo salihan innee bima ta'maloona baseerun (Sabaʾ 34:11)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कि 'पूरी कवचें बना और कड़ियों को ठीक अंदाज़ें से जोड।' - और तुम अच्छा कर्म करो। निस्संदेह जो कुछ तुम करते हो उसे मैं देखता हूँ

English Sahih:

[Commanding him], "Make full coats of mail and calculate [precisely] the links, and work [all of you] righteousness. Indeed I, of what you do, am Seeing." ([34] Saba : 11)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

कि फँराख़ व कुशादा जिरह बनाओ और (कड़ियों के) जोड़ने में अन्दाज़े का ख्याल रखो और तुम सब के सब अच्छे (अच्छे) काम करो वो कुछ तुम लोग करते हो मैं यक़ीनन देख रहा हूँ