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وَاذْكُرْ عَبْدَنَآ اَيُّوْبَۘ اِذْ نَادٰى رَبَّهٗٓ اَنِّيْ مَسَّنِيَ الشَّيْطٰنُ بِنُصْبٍ وَّعَذَابٍۗ  ( ص: ٤١ )

And remember
وَٱذْكُرْ
और ज़िक्र कीजिए
Our slave
عَبْدَنَآ
हमारे बन्दे
Ayyub
أَيُّوبَ
अय्यूब का
when
إِذْ
जब
he called
نَادَىٰ
उसने पुकारा
his Lord
رَبَّهُۥٓ
अपने रब को
"That [I]
أَنِّى
बेशक मुझे
has touched me
مَسَّنِىَ
पहुँचाई मुझे
Shaitaan
ٱلشَّيْطَٰنُ
शैतान ने
with distress
بِنُصْبٍ
तकलीफ़
and suffering"
وَعَذَابٍ
और अज़ाब

Waothkur 'abdana ayyooba ith nada rabbahu annee massaniya alshshaytanu binusbin wa'athabin (Ṣād 38:41)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हमारे बन्दे अय्यूब को भी याद करो, जब उसने अपने रब को पुकारा कि 'शैतान ने मुझे दुख और पीड़ा पहुँचा रखी है।'

English Sahih:

And remember Our servant Job, when he called to his Lord, "Indeed, Satan has touched me with hardship and torment." ([38] Sad : 41)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ रसूल) हमारे (ख़ास) बन्दे अय्यूब को याद करो जब उन्होंने अपने परवरगिार से फरियाद की कि मुझको शैतान ने बहुत अज़ीयत और तकलीफ पहुँचा रखी है