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وَلَقَدْ ضَرَبْنَا لِلنَّاسِ فِيْ هٰذَا الْقُرْاٰنِ مِنْ كُلِّ مَثَلٍ لَّعَلَّهُمْ يَتَذَكَّرُوْنَۚ  ( الزمر: ٢٧ )

And indeed
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We have set forth
ضَرَبْنَا
बयान की हमने
for people
لِلنَّاسِ
लोगों के लिए
in
فِى
इस क़ुरआन में
this
هَٰذَا
इस क़ुरआन में
Quran
ٱلْقُرْءَانِ
इस क़ुरआन में
of
مِن
हर क़िस्म की
every
كُلِّ
हर क़िस्म की
example
مَثَلٍ
मिसाल
so that they may
لَّعَلَّهُمْ
शायद की वो
take heed
يَتَذَكَّرُونَ
वो नसीहत पकड़ें

Walaqad darabna lilnnasi fee hatha alqurani min kulli mathalin la'allahum yatathakkaroona (az-Zumar 39:27)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हमने इस क़ुरआन में लोगों के लिए हर प्रकार की मिसालें पेश कर दी हैं, ताकि वे शिक्षा ग्रहण करें

English Sahih:

And We have certainly presented for the people in this Quran from every [kind of] example – that they might remember. ([39] Az-Zumar : 27)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हमने तो इस क़ुरान में लोगों के (समझाने के) वास्ते हर तरह की मिसाल बयान कर दी है ताकि ये लोग नसीहत हासिल करें