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لَهٗ مَقَالِيْدُ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِۗ وَالَّذِيْنَ كَفَرُوْا بِاٰيٰتِ اللّٰهِ اُولٰۤىِٕكَ هُمُ الْخٰسِرُوْنَ ࣖ   ( الزمر: ٦٣ )

For Him
لَّهُۥ
उसी के लिए हैं
(are the) keys
مَقَالِيدُ
कुंजियाँ
(of) the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
and the earth
وَٱلْأَرْضِۗ
और ज़मीन की
And those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
in (the) Verses
بِـَٔايَٰتِ
साथ आयात के
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की
those -
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
they
هُمُ
वो
(are) the losers
ٱلْخَٰسِرُونَ
जो नुक़्सान उठाने वाले हैं

Lahu maqaleedu alssamawati waalardi waallatheena kafaroo biayati Allahi olaika humu alkhasiroona (az-Zumar 39:63)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसी के पास आकाशों और धरती की कुँजियाँ है। और जिन लोगों ने हमारी आयतों का इनकार किया, वही है जो घाटे में है

English Sahih:

To Him belong the keys of the heavens and the earth. And they who disbelieve in the verses of Allah – it is those who are the losers. ([39] Az-Zumar : 63)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

सारे आसमान व ज़मीन की कुन्जियाँ उसके पास है और जो लोग उसकी आयतों से इन्कार कर बैठें वही घाटे में रहेगें