قِيْلَ ادْخُلُوْٓا اَبْوَابَ جَهَنَّمَ خٰلِدِيْنَ فِيْهَا ۚفَبِئْسَ مَثْوَى الْمُتَكَبِّرِيْنَ ( الزمر: ٧٢ )
It will be said
قِيلَ
कहा जाएगा
"Enter
ٱدْخُلُوٓا۟
दाख़िल हो जाओ
(the) gates
أَبْوَٰبَ
दरवाज़ों में
(of) Hell
جَهَنَّمَ
जहन्नम के
(to) abide eternally
خَٰلِدِينَ
हमेशा रहने वाले
therein
فِيهَاۖ
उसमें
and wretched is
فَبِئْسَ
तो कितना बुरा है
(the) abode
مَثْوَى
ठिकाना
(of) the arrogant"
ٱلْمُتَكَبِّرِينَ
तकब्बुर करने वालों का
Qeela odkhuloo abwaba jahannama khalideena feeha fabisa mathwa almutakabbireena (az-Zumar 39:72)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कहा जाएगा, 'जहन्नम के द्वारों में प्रवेश करो। उसमें सदैव रहने के लिए।' तो बहुत ही बुरा ठिकाना है अहंकारियों का!
English Sahih:
[To them] it will be said, "Enter the gates of Hell to abide eternally therein, and wretched is the residence of the arrogant." ([39] Az-Zumar : 72)