وَاللّٰهُ يَقْضِيْ بِالْحَقِّ ۗوَالَّذِيْنَ يَدْعُوْنَ مِنْ دُوْنِهٖ لَا يَقْضُوْنَ بِشَيْءٍ ۗاِنَّ اللّٰهَ هُوَ السَّمِيْعُ الْبَصِيْرُ ࣖ ( غافر: ٢٠ )
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
judges
يَقْضِى
वो फ़ैसला करता है
in truth
بِٱلْحَقِّۖ
साथ हक़ के
while those (whom)
وَٱلَّذِينَ
और जिन्हें
they invoke
يَدْعُونَ
वो पुकारते हैं
besides Him
مِن
उसके सिवा
besides Him
دُونِهِۦ
उसके सिवा
not
لَا
नहीं वो फ़ैसला करते
they judge
يَقْضُونَ
नहीं वो फ़ैसला करते
with anything
بِشَىْءٍۗ
किसी चीज़ का
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
He
هُوَ
वो ही है
(is) the All-Hearer
ٱلسَّمِيعُ
ख़ूब सुनने वाला
the All-Seer
ٱلْبَصِيرُ
ख़ूब देखने वाला
WaAllahu yaqdee bialhaqqi waallatheena yad'oona min doonihi la yaqdoona bishayin inna Allaha huwa alssamee'u albaseeru (Ghāfir 40:20)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अल्लाह ठीक-ठीक फ़ैसला कर देगा। रहे वे लोग जिन्हें वे अल्लाह को छोड़कर पुकारते हैं, वे किसी चीज़ का भी फ़ैसला करनेवाले नहीं। निस्संदेह अल्लाह ही है जो सुनता, देखता है
English Sahih:
And Allah judges with truth, while those they invoke besides Him judge not with anything. Indeed, Allah – He is the Hearing, the Seeing. ([40] Ghafir : 20)