وَمَا يَسْتَوِى الْاَعْمٰى وَالْبَصِيْرُ ەۙ وَالَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ وَلَا الْمُسِيْۤئُ ۗقَلِيْلًا مَّا تَتَذَكَّرُوْنَ ( غافر: ٥٨ )
And not
وَمَا
और नहीं
are equal
يَسْتَوِى
बराबर हो सकते
the blind
ٱلْأَعْمَىٰ
अंधा
and the seeing
وَٱلْبَصِيرُ
और देखने वाला
and those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
believe
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
and do
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
righteous deeds
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
and not
وَلَا
और ना
the evildoer
ٱلْمُسِىٓءُۚ
बदकार
Little
قَلِيلًا
कितना कम
(is) what
مَّا
तुम नसीहत पकड़ते हो
you take heed
تَتَذَكَّرُونَ
तुम नसीहत पकड़ते हो
Wama yastawee ala'ma waalbaseeru waallatheena amanoo wa'amiloo alssalihati wala almuseeo qaleelan ma tatathakkaroona (Ghāfir 40:58)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अंधा और आँखोंवाला बराबर नहीं होते, और वे लोग भी परस्पर बराबर नहीं होते जिन्होंने ईमान लाकर अच्छे कर्म किए, और न बुरे कर्म करनेवाले ही परस्पर बराबर हो सकते है। तुम होश से काम थोड़े ही लेते हो!
English Sahih:
And not equal are the blind and the seeing, nor are those who believe and do righteous deeds and the evildoer. Little do you remember. ([40] Ghafir : 58)