لَّا يَأْتِيْهِ الْبَاطِلُ مِنْۢ بَيْنِ يَدَيْهِ وَلَا مِنْ خَلْفِهٖ ۗتَنْزِيْلٌ مِّنْ حَكِيْمٍ حَمِيْدٍ ( فصلت: ٤٢ )
Not
لَّا
नहीं आ सकता उस पर
comes to it
يَأْتِيهِ
नहीं आ सकता उस पर
the falsehood
ٱلْبَٰطِلُ
बातिल
from
مِنۢ
उसके सामने से
before it
بَيْنِ
उसके सामने से
before it
يَدَيْهِ
उसके सामने से
and not
وَلَا
और ना
from
مِنْ
उसके पीछे से
behind it
خَلْفِهِۦۖ
उसके पीछे से
A Revelation
تَنزِيلٌ
नाज़िल करदा है
from
مِّنْ
हिकमत वाले की तरफ़ से
(the) All-Wise
حَكِيمٍ
हिकमत वाले की तरफ़ से
(the) Praiseworthy
حَمِيدٍ
बहुत तारीफ़
La yateehi albatilu min bayni yadayhi wala min khalfihi tanzeelun min hakeemin hameedin (Fuṣṣilat 41:42)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
असत्य उस तक न उसके आगे से आ सकता है और न उसके पीछे से; अवतरण है उसकी ओर से जो अत्यन्त तत्वदर्शी, प्रशंसा के योग्य है
English Sahih:
Falsehood cannot approach it from before it or from behind it; [it is] a revelation from a [Lord who is] Wise and Praiseworthy. ([41] Fussilat : 42)