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فَاطِرُ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِۗ جَعَلَ لَكُمْ مِّنْ اَنْفُسِكُمْ اَزْوَاجًا وَّمِنَ الْاَنْعَامِ اَزْوَاجًاۚ يَذْرَؤُكُمْ فِيْهِۗ لَيْسَ كَمِثْلِهٖ شَيْءٌ ۚوَهُوَ السَّمِيْعُ الْبَصِيْرُ   ( الشورى: ١١ )

(The) Creator
فَاطِرُ
पैदा करने वाला
(of) the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
and the earth
وَٱلْأَرْضِۚ
और ज़मीन का
He made
جَعَلَ
उसने बनाए
for you
لَكُم
तुम्हारे लिए
from
مِّنْ
तुम्हारे नफ़्सों से
yourselves
أَنفُسِكُمْ
तुम्हारे नफ़्सों से
mates
أَزْوَٰجًا
जोड़े
and among
وَمِنَ
और मवेशियों से
the cattle
ٱلْأَنْعَٰمِ
और मवेशियों से
mates;
أَزْوَٰجًاۖ
जोड़े
He multiplies you
يَذْرَؤُكُمْ
वो फैलाता है तुम्हें
thereby
فِيهِۚ
उसमें
(There) is not
لَيْسَ
नहीं है
like Him
كَمِثْلِهِۦ
उसकी मानिन्द
anything
شَىْءٌۖ
कोई चीज़
and He
وَهُوَ
और वो
(is) the All-Hearer
ٱلسَّمِيعُ
ख़ूब सुनने वाला है
the All-Seer
ٱلْبَصِيرُ
ख़ूब देखने वाला है

Fatiru alssamawati waalardi ja'ala lakum min anfusikum azwajan wamina alan'ami azwajan yathraokum feehi laysa kamithlihi shayon wahuwa alssamee'u albaseeru (aš-Šūrā 42:11)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वह आकाशों और धरती का पैदा करनेवाला है। उसने तुम्हारे लिए तुम्हारी अपनी सहजाति से जोड़े बनाए और चौपायों के जोड़े भी। फैला रहा है वह तुमको अपने में। उसके सदृश कोई चीज़ नहीं। वही सबकुछ सुनता, देखता है

English Sahih:

[He is] Creator of the heavens and the earth. He has made for you from yourselves, mates, and among the cattle, mates; He multiplies you thereby. There is nothing like unto Him, and He is the Hearing, the Seeing. ([42] Ash-Shuraa : 11)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

सारे आसमान व ज़मीन का पैदा करने वाला (वही) है उसी ने तुम्हारे लिए तुम्हारी ही जिन्स के जोड़े बनाए और चारपायों के जोड़े भी (उसी ने बनाए) उस (तरफ) में तुमको फैलाता रहता है कोई चीज़ उसकी मिसल नहीं और वह हर चीज़ को सुनता देखता है