وَمَآ اَنْتُمْ بِمُعْجِزِيْنَ فِى الْاَرْضِۚ وَمَا لَكُمْ مِّنْ دُوْنِ اللّٰهِ مِنْ وَّلِيٍّ وَّلَا نَصِيْرٍ ( الشورى: ٣١ )
And not
وَمَآ
और नहीं
you
أَنتُم
तुम
(can) escape
بِمُعْجِزِينَ
आजिज़ करने वाले
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِۖ
ज़मीन में
and not
وَمَا
और नहीं
for you
لَكُم
तुम्हारे लिए
besides
مِّن
सिवाय
besides
دُونِ
सिवाय
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
any
مِن
कोई दोस्त
protector
وَلِىٍّ
कोई दोस्त
and not
وَلَا
और ना
any helper
نَصِيرٍ
कोई मददगार
Wama antum bimu'jizeena fee alardi wama lakum min dooni Allahi min waliyyin wala naseerin (aš-Šūrā 42:31)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
तुम धरती में काबू से निकल जानेवाले नहीं हो, और न अल्लाह से हटकर तुम्हारा कोई संरक्षक मित्र है और न सहायक ही
English Sahih:
And you will not cause failure [to Allah] upon the earth. And you have not besides Allah any protector or helper. ([42] Ash-Shuraa : 31)