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اَفَلَا يَتَدَبَّرُوْنَ الْقُرْاٰنَ اَمْ عَلٰى قُلُوْبٍ اَقْفَالُهَا   ( محمد: ٢٤ )

Then do not
أَفَلَا
क्या भला नहीं
they ponder
يَتَدَبَّرُونَ
वो ग़ौरो फ़िक्र करते
(over) the Quran
ٱلْقُرْءَانَ
क़ुरान में
or
أَمْ
या
upon
عَلَىٰ
दिलों पर
(their) hearts
قُلُوبٍ
दिलों पर
(are) locks?
أَقْفَالُهَآ
उनके ताले हैं

Afala yatadabbaroona alqurana am 'ala quloobin aqfaluha (Muḥammad 47:24)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तो क्या वे क़ुरआन में सोच-विचार नहीं करते या उनके दिलों पर ताले लगे हैं?

English Sahih:

Then do they not reflect upon the Quran, or are there locks upon [their] hearts? ([47] Muhammad : 24)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो क्या लोग क़ुरान में (ज़रा भी) ग़ौर नहीं करते या (उनके) दिलों पर ताले लगे हुए हैं