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فَاَوْجَسَ مِنْهُمْ خِيْفَةً ۗقَالُوْا لَا تَخَفْۗ وَبَشَّرُوْهُ بِغُلٰمٍ عَلِيْمٍ   ( الذاريات: ٢٨ )

Then he felt
فَأَوْجَسَ
तो उसने महसूस किया
from them
مِنْهُمْ
उनसे
a fear
خِيفَةًۖ
ख़ौफ़
They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"(Do) not
لَا
ना तुम डरो
fear"
تَخَفْۖ
ना तुम डरो
and they gave him glad tidings
وَبَشَّرُوهُ
और उन्होंने ख़ुशख़बरी दी उसे
of a son
بِغُلَٰمٍ
एक लड़के
learned
عَلِيمٍ
बहुत इल्म वाले की

Faawjasa minhum kheefatan qaloo la takhaf wabashsharoohu bighulamin 'aleemin (aḏ-Ḏāriyāt 51:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर उसने दिल में उनसे डर महसूस किया। उन्होंने कहा, 'डरिए नहीं।' और उन्होंने उसे एक ज्ञानवान लड़के की मंगल-सूचना दी

English Sahih:

And he felt from them apprehension. They said, "Fear not," and gave him good tidings of a learned boy. ([51] Adh-Dhariyat : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(इस पर भी न खाया) तो इबराहीम उनसे जो ही जी में डरे वह लोग बोले आप अन्देशा न करें और उनको एक दानिशमन्द लड़के की ख़ुशख़बरी दी