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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوا اتَّقُوا اللّٰهَ وَاٰمِنُوْا بِرَسُوْلِهٖ يُؤْتِكُمْ كِفْلَيْنِ مِنْ رَّحْمَتِهٖ وَيَجْعَلْ لَّكُمْ نُوْرًا تَمْشُوْنَ بِهٖ وَيَغْفِرْ لَكُمْۗ وَاللّٰهُ غَفُوْرٌ رَّحِيْمٌۙ  ( الحديد: ٢٨ )

O you who believe!
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगों जो
O you who believe!
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगों जो
O you who believe!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
Fear
ٱتَّقُوا۟
डरो
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह से
and believe
وَءَامِنُوا۟
और ईमान लाओ
in His Messenger
بِرَسُولِهِۦ
उसके रसूल पर
He will give you
يُؤْتِكُمْ
वो देगा तुम्हें
double portion
كِفْلَيْنِ
दो हिस्से
of
مِن
अपनी रहमत में से
His Mercy
رَّحْمَتِهِۦ
अपनी रहमत में से
and He will make
وَيَجْعَل
और वो बना देगा
for you
لَّكُمْ
तुम्हारे लिए
a light
نُورًا
एक नूर
you will walk
تَمْشُونَ
तुम चलोगे
with it
بِهِۦ
साथ उसके
and He will forgive
وَيَغْفِرْ
और वो बख़्श देगा
you
لَكُمْۚ
तुम्हें
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) Oft-Forgiving
غَفُورٌ
बहुत बख़्शने वाला है
Most Merciful
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Ya ayyuha allatheena amanoo ittaqoo Allaha waaminoo birasoolihi yutikum kiflayni min rahmatihi wayaj'al lakum nooran tamshoona bihi wayaghfir lakum waAllahu ghafoorun raheemun (al-Ḥadīd 57:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ लोगों, जो ईमान लाए हो! अल्लाह का डर रखो और उसके रसूल पर ईमान लाओ। वह तुम्हें अपनी दयालुता का दोहरा हिस्सा प्रदान करेगा और तुम्हारे लिए एक प्रकाश कर देगा, जिसमें तुम चलोगे और तुम्हें क्षमा कर देगा। अल्लाह बड़ा क्षमाशील, अत्यन्त दयावान है

English Sahih:

O you who have believed, fear Allah and believe in His Messenger; He will [then] give you a double portion of His mercy and make for you a light by which you will walk and forgive you; and Allah is Forgiving and Merciful. ([57] Al-Hadid : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदारों ख़ुदा से डरो और उसके रसूल (मोहम्मद) पर ईमान लाओ तो ख़ुदा तुमको अपनी रहमत के दो हिस्से अज्र अता फरमाएगा और तुमको ऐसा नूर इनायत फ़रमाएगा जिस (की रौशनी) में तुम चलोगे और तुमको बख्श भी देगा और ख़ुदा तो बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है