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بَلْ بَدَا لَهُمْ مَّا كَانُوْا يُخْفُوْنَ مِنْ قَبْلُ ۗوَلَوْ رُدُّوْا لَعَادُوْا لِمَا نُهُوْا عَنْهُ وَاِنَّهُمْ لَكٰذِبُوْنَ   ( الأنعام: ٢٨ )

Nay
بَلْ
बल्कि
became manifest
بَدَا
ज़ाहिर हो गया
for them
لَهُم
उनके लिए
what
مَّا
जो
they used to
كَانُوا۟
थे वो
conceal
يُخْفُونَ
वो छुपाते
from
مِن
इससे क़ब्ल
before
قَبْلُۖ
इससे क़ब्ल
And if
وَلَوْ
और अगर
they were sent back
رُدُّوا۟
वो लौटाए जाऐं
certainly they (would) return
لَعَادُوا۟
अलबत्ता फिर करेंगे
to what
لِمَا
उसी को जो
they were forbidden
نُهُوا۟
वो रोके गए थे
from it
عَنْهُ
जिससे
and indeed they
وَإِنَّهُمْ
और बेशक वो
certainly are liars
لَكَٰذِبُونَ
अलबत्ता झूठे हैं

Bal bada lahum ma kanoo yukhfoona min qablu walaw ruddoo la'adoo lima nuhoo 'anhu wainnahum lakathiboona (al-ʾAnʿām 6:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कुछ नहीं, बल्कि जो कुछ वे पहले छिपाया करते थे, वह उनके सामने आ गया। और यदि वे लौटा भी दिए जाएँ, तो फिर वही कुछ करने लगेंगे जिससे उन्हें रोका गया था। निश्चय ही वे झूठे है

English Sahih:

But what they concealed before has [now] appeared to them. And even if they were returned, they would return to that which they were forbidden; and indeed, they are liars. ([6] Al-An'am : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बल्कि जो (बेईमानी) पहले से छिपाते थे आज (उसकी हक़ीक़त) उन पर खुल गयी और (हम जानते हैं कि) अगर ये लोग (दुनिया में) लौटा भी दिए जाएं तो भी जिस चीज़ की मनाही की गयी है उसे करें और ज़रुर करें और इसमें शक़ नहीं कि ये लोग ज़रुर झूठे हैं