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وَتِلْكَ حُجَّتُنَآ اٰتَيْنٰهَآ اِبْرٰهِيْمَ عَلٰى قَوْمِهٖۗ نَرْفَعُ دَرَجٰتٍ مَّنْ نَّشَاۤءُۗ اِنَّ رَبَّكَ حَكِيْمٌ عَلِيْمٌ   ( الأنعام: ٨٣ )

And this
وَتِلْكَ
और ये है
(is) Our argument
حُجَّتُنَآ
हुज्जत हमारी
We gave it
ءَاتَيْنَٰهَآ
दिया था हमने उसे
(to) Ibrahim
إِبْرَٰهِيمَ
इब्राहीम को
against
عَلَىٰ
उसकी क़ौम के ख़िलाफ़
his people
قَوْمِهِۦۚ
उसकी क़ौम के ख़िलाफ़
We raise
نَرْفَعُ
हम बुलन्द करते हैं
(by) degrees
دَرَجَٰتٍ
दरजात
whom
مَّن
जिसके
We will
نَّشَآءُۗ
हम चाहते हैं
Indeed
إِنَّ
बेशक
your Lord
رَبَّكَ
रब आपका
(is) All-Wise
حَكِيمٌ
बहुत हिकमत वाला है
All-Knowing
عَلِيمٌ
बहुत इल्म वाला है

Watilka hujjatuna ataynaha ibraheema 'ala qawmihi narfa'u darajatin man nashao inna rabbaka hakeemun 'aleemun (al-ʾAnʿām 6:83)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यह है हमारा वह तर्क जो हमने इबराहीम को उसकी अपनी क़ौम के मुक़ाबले में प्रदान किया था। हम जिसे चाहते है दर्जों (श्रेणियों) में ऊँचा कर देते हैं। निस्संदेह तुम्हारा रब तत्वदर्शी, सर्वज्ञ है

English Sahih:

And that was Our [conclusive] argument which We gave Abraham against his people. We raise by degrees whom We will. Indeed, your Lord is Wise and Knowing. ([6] Al-An'am : 83)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ये हमारी (समझाई बुझाई) दलीलें हैं जो हमने इबराहीम को अपनी क़ौम पर (ग़ालिब आने के लिए) अता की थी हम जिसके मरतबे चाहते हैं बुलन्द करते हैं बेशक तुम्हारा परवरदिगार हिक़मत वाला बाख़बर है