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اِنْ تُقْرِضُوا اللّٰهَ قَرْضًا حَسَنًا يُّضٰعِفْهُ لَكُمْ وَيَغْفِرْ لَكُمْۗ وَاللّٰهُ شَكُوْرٌ حَلِيْمٌۙ   ( التغابن: ١٧ )

If
إِن
अगर
you loan
تُقْرِضُوا۟
तुम क़र्ज़ दोगे
(to) Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह को
a loan
قَرْضًا
क़र्ज़
goodly
حَسَنًا
अच्छा
He will multiply it
يُضَٰعِفْهُ
वो कई गुना कर देगा उसे
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
and will forgive
وَيَغْفِرْ
और वो बख़्श देगा
you
لَكُمْۚ
तुम्हें
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) Most Appreciative
شَكُورٌ
बहुत क़द्रदान है
Most Forbearing
حَلِيمٌ
निहायत बुर्दबार है

In tuqridoo Allaha qardan hasanan yuda'ifhu lakum wayaghfir lakum waAllahu shakoorun haleemun (at-Taghābun 64:17)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यदि तुम अल्लाह को अच्छा ऋण दो तो वह उसे तुम्हारे लिए कई गुना बढ़ा देगा और तुम्हें क्षमा कर देगा। अल्लाह बड़ा गुणग्राहक और सहनशील है,

English Sahih:

If you loan Allah a goodly loan, He will multiply it for you and forgive you. And Allah is [most] Appreciative and Forbearing, ([64] At-Taghabun : 17)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

अगर तुम ख़ुदा को कर्जे हसना दोगे तो वह उसको तुम्हारे वास्ते दूना कर देगा और तुमको बख्श देगा और ख़ुदा तो बड़ा क़द्रदान व बुर्दबार है