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وَكَذٰلِكَ نُفَصِّلُ الْاٰيٰتِ وَلَعَلَّهُمْ يَرْجِعُوْنَ  ( الأعراف: ١٧٤ )

And thus
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
We explain
نُفَصِّلُ
हम खोल कर बयान करते हैं
the Verses
ٱلْءَايَٰتِ
आयात
so that they may
وَلَعَلَّهُمْ
और ताकि वो
return
يَرْجِعُونَ
वो रुजूअ कर लें

Wakathalika nufassilu alayati wala'allahum yarji'oona (al-ʾAʿrāf 7:174)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

इस प्रकार स्थिति के अनुकूल आयतें प्रस्तुत करते है। और शायद कि वे पलट आएँ

English Sahih:

And thus do We [explain in] detail the verses, and perhaps they will return. ([7] Al-A'raf : 174)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हम यूँ अपनी आयतों को तफसीलदार बयान करते हैं और ताकि वह लोग (अपनी ग़लती से) बाज़ आएं