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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْٓا اِذَا لَقِيْتُمْ فِئَةً فَاثْبُتُوْا وَاذْكُرُوا اللّٰهَ كَثِيْرًا لَّعَلَّكُمْ تُفْلِحُوْنَۚ   ( الأنفال: ٤٥ )

O you!
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
who!
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe!
ءَامَنُوٓا۟
ईमान लाए हो
When
إِذَا
जब
you meet
لَقِيتُمْ
मुक़ाबला हो तुम्हारा
a force
فِئَةً
किसी गिरोह से
then be firm
فَٱثْبُتُوا۟
तो साबित क़दम रहो
and remember
وَٱذْكُرُوا۟
और याद करो
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह को
much
كَثِيرًا
कसरत से
so that you may
لَّعَلَّكُمْ
ताकि तुम
(be) successful
تُفْلِحُونَ
तुम फ़लाह पाओ

Ya ayyuha allatheena amanoo itha laqeetum fiatan faothbutoo waothkuroo Allaha katheeran la'allakum tuflihoona (al-ʾAnfāl 8:45)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवालो! जब तुम्हारा किसी गिरोह से मुक़ाबला हो जाए तो जमे रहो और अल्लाह को ज़्यादा याद करो, ताकि तुम्हें सफलता प्राप्त हो

English Sahih:

O you who have believed, when you encounter a company [from the enemy forces], stand firm and remember Allah much that you may be successful. ([8] Al-Anfal : 45)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदारों जब तुम किसी फौज से मुठभेड़ करो तो ख़बरदार अपने क़दम जमाए रहो और ख़ुदा को बहुंत याद करते रहो ताकि तुम फलाह पाओ