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وَمَا هُوَ عَلَى الْغَيْبِ بِضَنِيْنٍۚ  ( التكوير: ٢٤ )

And not
وَمَا
और नहीं
he (is)
هُوَ
वो
on
عَلَى
ग़ैब पर
the unseen
ٱلْغَيْبِ
ग़ैब पर
a withholder
بِضَنِينٍ
हरगिज़ बख़ील

Wama huwa 'ala alghaybi bidaneenin (at-Takwīr 81:24)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और वह परोक्ष के मामले में कृपण नहीं है,

English Sahih:

And he [i.e., Muhammad] is not a withholder of [knowledge of] the unseen. ([81] At-Takwir : 24)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और वह ग़ैब की बातों के ज़ाहिर करने में बख़ील नहीं