Skip to main content

وَمِنْهُمْ مَّنْ يَّقُوْلُ ائْذَنْ لِّيْ وَلَا تَفْتِنِّيْۗ اَلَا فِى الْفِتْنَةِ سَقَطُوْاۗ وَاِنَّ جَهَنَّمَ لَمُحِيْطَةٌ ۢ بِالْكٰفِرِيْنَ   ( التوبة: ٤٩ )

And among them
وَمِنْهُم
और उनमें से कोई है
(is he) who
مَّن
जो
says
يَقُولُ
कहता है
"Grant me leave
ٱئْذَن
इजाज़त दीजिए
"Grant me leave
لِّى
मुझे
and (do) not
وَلَا
और ना
put me to trial"
تَفْتِنِّىٓۚ
आप फ़ितने में डालिए मुझे
Surely
أَلَا
ख़बरदार
in
فِى
फ़ितने में तो
the trial
ٱلْفِتْنَةِ
फ़ितने में तो
they have fallen
سَقَطُوا۟ۗ
वो पड़ चुके हैं
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
Hell
جَهَنَّمَ
जहन्नम
(will) surely surround
لَمُحِيطَةٌۢ
अलबत्ता घेरने वाली है
the disbelievers
بِٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों को

Waminhum man yaqoolu ithan lee wala taftinnee ala fee alfitnati saqatoo wainna jahannama lamuheetatun bialkafireena (at-Tawbah 9:49)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उनमें कोई है, जो कहता है, 'मुझे इजाज़त दे दीजिए, मुझे फ़ितने में न डालिए।' जान लो कि वे फ़ितने में तो पड़ ही चुके है और निश्चय ही जहन्नम भी इनकार करनेवालों को घेर रही है

English Sahih:

And among them is he who says, "Permit me [to remain at home] and do not put me to trial." Unquestionably, into trial they have fallen. And indeed, Hell will encompass the disbelievers. ([9] At-Tawbah : 49)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

उन लोगों में से बाज़ ऐसे भी हैं जो साफ कहते हैं कि मुझे तो (पीछे रह जाने की) इजाज़त दीजिए और मुझ बला में न फॅसाइए (ऐ रसूल) आगाह हो कि ये लोग खुद बला में (औंधे मुँह) गिर पड़े और जहन्नुम तो काफिरों का यक़ीनन घेरे हुए ही हैं