فَكَذَّبُوْهُ فَعَقَرُوْهَاۖ فَدَمْدَمَ عَلَيْهِمْ رَبُّهُمْ بِذَنْۢبِهِمْ فَسَوّٰىهَاۖ ( الشمس: ١٤ )
But they denied him
فَكَذَّبُوهُ
तो उन्होंने झुठला दिया उसे
and they hamstrung her
فَعَقَرُوهَا
फिर कूँचें काट दीं उसकी
So destroyed
فَدَمْدَمَ
तो हलाकत डाली
them
عَلَيْهِمْ
उन पर
their Lord
رَبُّهُم
उनके रब ने
for their sin
بِذَنۢبِهِمْ
बवजह उनके गुनाहों के
and leveled them
فَسَوَّىٰهَا
फिर उसने बराबर कर दिया उसे
Fakaththaboohu fa'aqarooha fadamdama 'alayhim rabbuhum bithanbihim fasawwaha (aš-Šams 91:14)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
किन्तु उन्होंने उसे झुठलाया और उस ऊँटनी की कूचें काट डाली। अन्ततः उनके रब ने उनके गुनाह के कारण उनपर तबाही डाल दी और उन्हें बराबर कर दिया
English Sahih:
But they denied him and hamstrung her. So their Lord brought down upon them destruction for their sin and made it equal [upon all of them]. ([91] Ash-Shams : 14)