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اَلَمْ نَشْرَحْ لَكَ صَدْرَكَۙ  ( الشرح: ١ )

Have not
أَلَمْ
क्या नहीं
We expanded
نَشْرَحْ
हमने खोल दिया
for you
لَكَ
आपके लिए
your breast?
صَدْرَكَ
सीना आपका

Alam nashrah laka sadraka (aš-Šarḥ 94:1)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या ऐसा नहीं कि हमने तुम्हारा सीना तुम्हारे लिए खोल दिया?

English Sahih:

Did We not expand for you, [O Muhammad], your breast? ([94] Ash-Sharh : 1)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) क्या हमने तुम्हारा सीना इल्म से कुशादा नहीं कर दिया (जरूर किया)