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ثُمَّ نُنَجِّيْ رُسُلَنَا وَالَّذِيْنَ اٰمَنُوْا كَذٰلِكَ ۚحَقًّا عَلَيْنَا نُنْجِ الْمُؤْمِنِيْنَ ࣖ   ( يونس: ١٠٣ )

Then
ثُمَّ
फिर
We will save
نُنَجِّى
हम निजात देते हैं
Our Messengers
رُسُلَنَا
अपने रसूलों को
and those who
وَٱلَّذِينَ
और उनको जो
believe
ءَامَنُوا۟ۚ
ईमान लाए
Thus
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
(it is) an obligation
حَقًّا
हक़ है
upon Us
عَلَيْنَا
हम पर
(that) We save
نُنجِ
कि हम निजात दें
the believers
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों को

Thumma nunajjee rusulana waallatheena amanoo kathalika haqqan 'alayna nunjee almumineena (al-Yūnus 10:103)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर हम अपने रसूलों और उन लोगों को बचा लेते रहे हैं, जो ईमान ले आए। ऐसी ही हमारी रीति है, हमपर यह हक़ है कि ईमानवालों को बचा लें

English Sahih:

Then We will save Our messengers and those who have believed. Thus, it is an obligation upon Us that We save the believers. ([10] Yunus : 103)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर (नुज़ूले अज़ाब के वक्त) हम अपने रसूलों को और जो लोग ईमान लाए उनको (अज़ाब से) तलूउ बचा लेते हैं यूँ ही हम पर लाज़िम है कि हम ईमान लाने वालों को भी बचा लें