Skip to main content

وَمَا كَانَ رَبُّكَ لِيُهْلِكَ الْقُرٰى بِظُلْمٍ وَّاَهْلُهَا مُصْلِحُوْنَ  ( هود: ١١٧ )

And not
وَمَا
और नहीं
would
كَانَ
है
your Lord
رَبُّكَ
रब आपका
destroy
لِيُهْلِكَ
कि वो हलाक कर दे
the cities
ٱلْقُرَىٰ
बस्तियों को
unjustly
بِظُلْمٍ
ज़ुल्म से
while its people
وَأَهْلُهَا
जबकि बाशिन्दे उसके
(were) reformers
مُصْلِحُونَ
इस्लाह करने वाले हों

Wama kana rabbuka liyuhlika alqura bithulmin waahluha muslihoona (Hūd 11:117)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तुम्हारा रब तो ऐसा नहीं है कि बस्तियों को अकारण विनष्ट कर दे, जबकि वहाँ के निवासी बनाव और सुधार में लगे हों

English Sahih:

And your Lord would not have destroyed the cities unjustly while their people were reformers. ([11] Hud : 117)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुम्हारा परवरदिगार ऐसा (बे इन्साफ) कभी न था कि बस्तियों को जबरदस्ती उजाड़ देता और वहाँ के लोग नेक चलन हों