قَالُوْا يٰٓاَيُّهَا الْعَزِيْزُ اِنَّ لَهٗٓ اَبًا شَيْخًا كَبِيْرًا فَخُذْ اَحَدَنَا مَكَانَهٗ ۚاِنَّا نَرٰىكَ مِنَ الْمُحْسِنِيْنَ ( يوسف: ٧٨ )
They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"O
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ अज़ीज़
Aziz!
ٱلْعَزِيزُ
ऐ अज़ीज़
Indeed
إِنَّ
बेशक
he has
لَهُۥٓ
इसका
a father
أَبًا
बाप
old
شَيْخًا
बूढ़ा
[great]
كَبِيرًا
बड़ी उम्र का है
so take
فَخُذْ
पस तू रख ले
one of us
أَحَدَنَا
हम में से किसी एक को
(in) his place
مَكَانَهُۥٓۖ
इसकी जगह
Indeed we
إِنَّا
बेशक हम
[we] see you
نَرَىٰكَ
हम देखते हैं तुझे
of
مِنَ
मोहसिनीन में से
the good-doers"
ٱلْمُحْسِنِينَ
मोहसिनीन में से
Qaloo ya ayyuha al'azeezu inna lahu aban shaykhan kabeeran fakhuth ahadana makanahu inna naraka mina almuhsineena (Yūsuf 12:78)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उन्होंने कहा, 'ऐ अज़ीज़! इसका बाप बहुत ही बूढ़ा है। इसलिए इसके स्थान पर हममें से किसी को रख लीजिए। हमारी स्पष्ट में तो आप बड़े ही सुकर्मी है।'
English Sahih:
They said, "O Azeez, indeed he has a father [who is] an old man, so take one of us in place of him. Indeed, we see you as a doer of good." ([12] Yusuf : 78)