مَا تَسْبِقُ مِنْ اُمَّةٍ اَجَلَهَا وَمَا يَسْتَأْخِرُوْنَ ( الحجر: ٥ )
Not
مَّا
नहीं
(can) advance
تَسْبِقُ
सबक़त करती/आगे बढ़ती
any
مِنْ
कोई उम्मत
nation
أُمَّةٍ
कोई उम्मत
its term
أَجَلَهَا
अपने मुक़र्रर वक़्त से
and not
وَمَا
और ना
(can) delay it
يَسْتَـْٔخِرُونَ
वो पीछे रह सकती है
Ma tasbiqu min ommatin ajalaha wama yastakhiroona (al-Ḥijr 15:5)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
किसी समुदाय के लोग न अपने निश्चित समय से आगे बढ़ सकते है और न वे पीछे रह सकते है
English Sahih:
No nation will precede its term, nor will they remain thereafter. ([15] Al-Hijr : 5)