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قَالُوْٓا اِنَّآ اُرْسِلْنَآ اِلٰى قَوْمٍ مُّجْرِمِيْنَۙ  ( الحجر: ٥٨ )

They said
قَالُوٓا۟
उन्होंने कहा
"Indeed we
إِنَّآ
बेशक हम
[we] have been sent
أُرْسِلْنَآ
भेजे गए हम
to
إِلَىٰ
तरफ़ उन लोगों के
a people -
قَوْمٍ
तरफ़ उन लोगों के
criminals
مُّجْرِمِينَ
जो मुजरिम हैं

Qaloo inna orsilna ila qawmin mujrimeena (al-Ḥijr 15:58)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे बोले, 'हम तो एक अपराधी क़ौम की ओर भेजे गए है,

English Sahih:

They said, "Indeed, we have been sent to a people of criminals, ([15] Al-Hijr : 58)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

उन्होंने कहा कि हम तो एक गुनाहगार क़ौम की तरफ (अज़ाब नाज़िल करने के लिए) भेजे गए हैं