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ثُمَّ اِنَّ رَبَّكَ لِلَّذِيْنَ عَمِلُوا السُّوْۤءَ بِجَهَالَةٍ ثُمَّ تَابُوْا مِنْۢ بَعْدِ ذٰلِكَ وَاَصْلَحُوْٓا اِنَّ رَبَّكَ مِنْۢ بَعْدِهَا لَغَفُوْرٌ رَّحِيْمٌ ࣖ   ( النحل: ١١٩ )

Then
ثُمَّ
फिर
indeed
إِنَّ
बेशक
your Lord
رَبَّكَ
रब आपका
to those who
لِلَّذِينَ
उन लोगों के लिए जिन्होंने
did
عَمِلُوا۟
अमल किए
evil
ٱلسُّوٓءَ
बुरे
in ignorance
بِجَهَٰلَةٍ
बवजह जहालत के
then
ثُمَّ
फिर
repented
تَابُوا۟
उन्होंने तौबा करली
after
مِنۢ
बाद
after
بَعْدِ
बाद
that
ذَٰلِكَ
इसके
and corrected themselves
وَأَصْلَحُوٓا۟
और उन्होंने इस्लाह करली
indeed
إِنَّ
बेशक
your Lord
رَبَّكَ
रब आपका
after that
مِنۢ
बाद इसके
after that
بَعْدِهَا
बाद इसके
(is) surely Oft-Forgiving
لَغَفُورٌ
अलबत्ता बहुत बख़्शने वाला है
Most Merciful
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Thumma inna rabbaka lillatheena 'amiloo alssooa bijahalatin thumma taboo min ba'di thalika waaslahoo inna rabbaka min ba'diha laghafoorun raheemun (an-Naḥl 16:119)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर तुम्हारा रब उनके लिए जिन्होंने अज्ञानवश बुरा कर्म किया, फिर इसके बाद तौबा करके सुधार कर लिया, तो निश्चय ही तुम्हारा रब इसके पश्चात बड़ा क्षमाशील, अत्यन्त दयावान है

English Sahih:

Then, indeed your Lord, to those who have done wrong out of ignorance and then repent after that and correct themselves – indeed, your Lord, thereafter, is Forgiving and Merciful. ([16] An-Nahl : 119)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मगर वह लोग खुद अपने ऊपर सितम तोड़ रहे हैं फिर इसमे शक़ नहीं कि जो लोग नादानी से गुनाह कर बैठे उसके बाद सदक़ दिल से तौबा कर ली और अपने को दुरुस्त कर लिया तो (ऐ रसूल) इसमें शक़ नहीं कि तुम्हारा परवरदिगार इसके बाद बख्शने वाला मेहरबान है