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وَقُلِ
और कह दीजिए
ٱلْحَمْدُ
सब तारीफ़
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए है
ٱلَّذِى
वो जिसने
لَمْ
नहीं
يَتَّخِذْ
बनाई
وَلَدًا
कोई औलाद
وَلَمْ
और नहीं
يَكُن
है
لَّهُۥ
उसके लिए
شَرِيكٌ
कोई शरीक
فِى
बादशाहत में
ٱلْمُلْكِ
बादशाहत में
وَلَمْ
और नहीं
يَكُن
है
لَّهُۥ
उसके लिए
وَلِىٌّ
कोई मददगार
مِّنَ
कमज़ोरी (की वजह) से
ٱلذُّلِّۖ
कमज़ोरी (की वजह) से
وَكَبِّرْهُ
और बड़ाई बयान कीजिए उसकी
تَكْبِيرًۢا
ख़ूब बड़ाई बयान करना

Waquli alhamdu lillahi allathee lam yattakhith waladan walam yakun lahu shareekun fee almulki walam yakun lahu waliyyun mina alththulli wakabbirhu takbeeran

और कहो, 'प्रशंसा अल्लाह के लिए है, जिसने न तो अपना कोई बेटा बनाया और न बादशाही में उसका कोई सहभागी है और न ऐसा ही है कि वह दीन-हीन हो जिसके कारण बचाव के लिए उसका कोई सहायक मित्र हो।' और बड़ाई बयान करो उसकी, पूर्ण बड़ाई

Tafseer (तफ़सीर )