قَالَ اَرَاَيْتَكَ هٰذَا الَّذِيْ كَرَّمْتَ عَلَيَّ لَىِٕنْ اَخَّرْتَنِ اِلٰى يَوْمِ الْقِيٰمَةِ لَاَحْتَنِكَنَّ ذُرِّيَّتَهٗٓ اِلَّا قَلِيْلًا ( الإسراء: ٦٢ )
He said
قَالَ
उसने कहा
"Do You see
أَرَءَيْتَكَ
क्या देखा तूने
this
هَٰذَا
ये
whom
ٱلَّذِى
जिसे
You have honored
كَرَّمْتَ
इज़्ज़त दी तूने
above me?
عَلَىَّ
मुझ पर
If
لَئِنْ
अलबत्ता अगर
You give me respite
أَخَّرْتَنِ
मोहलत दी तूने मुझे
till
إِلَىٰ
क़यामत के दिन तक
(the) Day
يَوْمِ
क़यामत के दिन तक
(of) the Resurrection
ٱلْقِيَٰمَةِ
क़यामत के दिन तक
I will surely destroy
لَأَحْتَنِكَنَّ
अलबत्ता मैं ज़रूर काबू में कर लूगाँ
his offspring
ذُرِّيَّتَهُۥٓ
उसकी औलाद को
except
إِلَّا
मगर
a few"
قَلِيلًا
बहुत थोड़े
Qala araaytaka hatha allathee karramta 'alayya lain akhkhartani ila yawmi alqiyamati laahtanikanna thurriyyatahu illa qaleelan (al-ʾIsrāʾ 17:62)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कहने लगा, 'देख तो सही, उसे जिसको तूने मेरे मुक़ाबले में श्रेष्ठ ता प्रदान की है, यदि तूने मुझे क़ियामत के दिन तक मुहलत दे दी, तो मैं अवश्य ही उसकी सन्तान को वश में करके उसका उन्मूलन कर डालूँगा। केवल थोड़े ही लोग बच सकेंगे।'
English Sahih:
[Iblees] said, "Do You see this one whom You have honored above me? If You delay me [i.e., my death] until the Day of Resurrection, I will surely destroy his descendants, except for a few." ([17] Al-Isra : 62)