ثُمَّ لَنَنْزِعَنَّ مِنْ كُلِّ شِيْعَةٍ اَيُّهُمْ اَشَدُّ عَلَى الرَّحْمٰنِ عِتِيًّا ۚ ( مريم: ٦٩ )
Then
ثُمَّ
फिर
surely We will drag out
لَنَنزِعَنَّ
अलबत्ता हम ज़रूर खींच लेंगे
from
مِن
हर गिरोह में से
every
كُلِّ
हर गिरोह में से
sect
شِيعَةٍ
हर गिरोह में से
those of them
أَيُّهُمْ
जो भी उनमें से
(who were) worst
أَشَدُّ
ज़्यादा सख़्त था
against
عَلَى
रहमान के (मुक़ाबले) पर
the Most Gracious
ٱلرَّحْمَٰنِ
रहमान के (मुक़ाबले) पर
(in) rebellion
عِتِيًّا
सरकशी में
Thumma lananzi'anna min kulli shee'atin ayyuhum ashaddu 'ala alrrahmani 'itiyyan (Maryam 19:69)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
फिर प्रत्येक गिरोह में से हम अवश्य ही उसे छाँटकर अलग करेंगे जो उनमें से रहमान (कृपाशील प्रभु) के मुक़ाबले में सबसे बढ़कर सरकश रहा होगा
English Sahih:
Then We will surely extract from every sect those of them who were worst against the Most Merciful in insolence. ([19] Maryam : 69)