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وَكَمْ اَهْلَكْنَا قَبْلَهُمْ مِّنْ قَرْنٍۗ هَلْ تُحِسُّ مِنْهُمْ مِّنْ اَحَدٍ اَوْ تَسْمَعُ لَهُمْ رِكْزًا ࣖ  ( مريم: ٩٨ )

And how many
وَكَمْ
और कितनी ही
We (have) destroyed
أَهْلَكْنَا
हलाक कर दीं हमने
before them
قَبْلَهُم
इनसे पहले
of
مِّن
उम्मतें/बस्तियाँ
a generation?
قَرْنٍ
उम्मतें/बस्तियाँ
Can
هَلْ
क्या
you perceive
تُحِسُّ
आप महसूस करते हैं
of them
مِنْهُم
उनमें से
any
مِّنْ
किसी एक को भी
one
أَحَدٍ
किसी एक को भी
or
أَوْ
या
hear
تَسْمَعُ
आप सुनते हैं
from them
لَهُمْ
उनकी
a sound?
رِكْزًۢا
कोई आहट/भनक

Wakam ahlakna qablahum min qarnin hal tuhissu minhum min ahadin aw tasma'u lahum rikzan (Maryam 19:98)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उनसे पहले कितनी ही नसलों को हम विनष्ट कर चुके है। क्या उनमें किसी की आहट तुम पाते हो या उनकी कोई भनक सुनते हो?

English Sahih:

And how many have We destroyed before them of generations? Do you perceive of them anyone or hear from them a sound? ([19] Maryam : 98)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हमने उनसे पहले कितनी जमाअतों को हलाक कर डाला भला तुम उनमें से किसी को (कहीं देखते हो) उसकी कुछ भनक भी सुनते हो