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فَتَعٰلَى اللّٰهُ الْمَلِكُ الْحَقُّۚ وَلَا تَعْجَلْ بِالْقُرْاٰنِ مِنْ قَبْلِ اَنْ يُّقْضٰٓى اِلَيْكَ وَحْيُهٗ ۖوَقُلْ رَّبِّ زِدْنِيْ عِلْمًا   ( طه: ١١٤ )

So high (above all)
فَتَعَٰلَى
पस बहुत बुलन्द है
(is) Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
the King
ٱلْمَلِكُ
बादशाह
the True
ٱلْحَقُّۗ
हक़ीक़ी
And (do) not
وَلَا
और ना
hasten
تَعْجَلْ
आप जल्दी करें
with the Quran
بِٱلْقُرْءَانِ
साथ क़ुरआन के
before
مِن
इससे पहले
before
قَبْلِ
इससे पहले
[that]
أَن
कि
is completed
يُقْضَىٰٓ
पूरी की जाए
to you
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
its revelation
وَحْيُهُۥۖ
वही उसकी
and say
وَقُل
और कह दीजिए
"My Lord!
رَّبِّ
ऐ मेरे रब
Increase me
زِدْنِى
ज़्यादा कर दे मुझे
(in) knowledge"
عِلْمًا
इल्म में

Fata'ala Allahu almaliku alhaqqu wala ta'jal bialqurani min qabli an yuqda ilayka wahyuhu waqul rabbi zidnee 'ilman (Ṭāʾ Hāʾ 20:114)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अतः सर्वोच्च है अल्लाह, सच्चा सम्राट! क़ुरआन के (फ़ैसले के) सिलसिले में जल्दी न करो, जब तक कि वह पूरा न हो जाए। तेरी ओर उसकी प्रकाशना हो रही है। और कहो, 'मेरे रब, मुझे ज्ञान में अभिवृद्धि प्रदान कर।'

English Sahih:

So high [above all] is Allah, the Sovereign, the Truth. And, [O Muhammad], do not hasten with [recitation of] the Quran before its revelation is completed to you, and say, "My Lord, increase me in knowledge." ([20] Taha : 114)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

पस (दो जहाँ का) सच्चा बादशाह खुदा बरतर व आला है और (ऐ रसूल) कुरान के (पढ़ने) में उससे पहले कि तुम पर उसकी ''वही'' पूरी कर दी जाए जल्दी न करो और दुआ करो कि ऐ मेरे पालने वाले मेरे इल्म को और ज्यादा फ़रमा