اِنَّنِيْٓ اَنَا اللّٰهُ لَآ اِلٰهَ اِلَّآ اَنَا۠ فَاعْبُدْنِيْۙ وَاَقِمِ الصَّلٰوةَ لِذِكْرِيْ ( طه: ١٤ )
Indeed [I]
إِنَّنِىٓ
बेशक मैं
I Am
أَنَا
मैं ही
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह हूँ
(There is) no
لَآ
नहीं
god
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
but
إِلَّآ
मगर
I
أَنَا۠
मैं ही
so worship Me
فَٱعْبُدْنِى
पस इबादत करो मेरी
and establish
وَأَقِمِ
और क़ायम करो
the prayer
ٱلصَّلَوٰةَ
नमाज़
for My remembrance
لِذِكْرِىٓ
मेरी याद के लिए
Innanee ana Allahu la ilaha illa ana fao'budnee waaqimi alssalata lithikree (Ṭāʾ Hāʾ 20:14)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
निस्संदेह मैं ही अल्लाह हूँ। मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तू मेरी बन्दगी कर और मेरी याद के लिए नमाज़ क़ायम कर
English Sahih:
Indeed, I am Allah. There is no deity except Me, so worship Me and establish prayer for My remembrance. ([20] Taha : 14)