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اِنَّآ اٰمَنَّا بِرَبِّنَا لِيَغْفِرَ لَنَا خَطٰيٰنَا وَمَآ اَكْرَهْتَنَا عَلَيْهِ مِنَ السِّحْرِۗ وَاللّٰهُ خَيْرٌ وَّاَبْقٰى   ( طه: ٧٣ )

Indeed [we]
إِنَّآ
बेशक हम
we believe
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
in our Lord
بِرَبِّنَا
अपने रब पर
that He may forgive
لِيَغْفِرَ
ताकि वो बख़्श दे
for us
لَنَا
हमारे लिए
our sins
خَطَٰيَٰنَا
ख़ताऐं हमारी
and what
وَمَآ
और उसे जो
you compelled us
أَكْرَهْتَنَا
मजबूर किया हमें तूने
on it
عَلَيْهِ
उस पर
of
مِنَ
जादू की वजह से
the magic
ٱلسِّحْرِۗ
जादू की वजह से
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) Best
خَيْرٌ
बेहतर है
and Ever Lasting"
وَأَبْقَىٰٓ
और बाक़ी रहने वाला है

Inna amanna birabbina liyaghfira lana khatayana wama akrahtana 'alayhi mina alssihri waAllahu khayrun waabqa (Ṭāʾ Hāʾ 20:73)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हम तो अपने रब पर ईमान ले आए, ताकि वह हमारी खताओं को माफ़ कर दे औऱ इस जादू को भी जिसपर तूने हमें बाध्य किया। अल्लाह की उत्तम और शेष रहनेवाला है।' -

English Sahih:

Indeed, we have believed in our Lord that He may forgive us our sins and what you compelled us [to do] of magic. And Allah is better and more enduring." ([20] Taha : 73)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(और कहा) हम तो अपने परवरदिगार पर इसलिए ईमान लाए हैं ताकि हमारे वास्ते सारे गुनाह माफ़ कर दे और (ख़ास कर) जिस पर तूने हमें मजबूर किया था और खुदा ही सबसे बेहतर है