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وَهُوَ الَّذِيْ خَلَقَ الَّيْلَ وَالنَّهَارَ وَالشَّمْسَ وَالْقَمَرَۗ كُلٌّ فِيْ فَلَكٍ يَّسْبَحُوْنَ   ( الأنبياء: ٣٣ )

And He
وَهُوَ
और वो ही है
(is) the One Who
ٱلَّذِى
जिसने
created
خَلَقَ
बनाया
the night
ٱلَّيْلَ
रात
and the day
وَٱلنَّهَارَ
और दिन को
and the sun
وَٱلشَّمْسَ
और सूरज
and the moon;
وَٱلْقَمَرَۖ
और चाँद को
each
كُلٌّ
सब के सब
in
فِى
मदार में (अपने)
an orbit
فَلَكٍ
मदार में (अपने)
floating
يَسْبَحُونَ
वो तैरते हैं

Wahuwa allathee khalaqa allayla waalnnahara waalshshamsa waalqamara kullun fee falakin yasbahoona (al-ʾAnbiyāʾ 21:33)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वही है जिसने रात और दिन बनाए और सूर्य और चन्द्र भी। प्रत्येक अपने-अपने कक्ष में तैर रहा है

English Sahih:

And it is He who created the night and the day and the sun and the moon; all [heavenly bodies] in an orbit are swimming. ([21] Al-Anbya : 33)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और वही वह (क़ादिरे मुत्तलिक़) है जिसने रात और दिन और आफ़ताब और माहताब को पैदा किया कि सब के सब एक (एक) आसमान में पैर कर चक्मर लगा रहे हैं