وَاَدْخَلْنٰهُ فِيْ رَحْمَتِنَاۗ اِنَّهٗ مِنَ الصّٰلِحِيْنَ ࣖ ( الأنبياء: ٧٥ )
And We admitted him
وَأَدْخَلْنَٰهُ
और दाख़िल किया हमने उसे
into
فِى
अपनी रहमत में
Our Mercy
رَحْمَتِنَآۖ
अपनी रहमत में
Indeed he
إِنَّهُۥ
यक़ीनन वो
(was) of
مِنَ
नेक लोगों में से था
the righteous
ٱلصَّٰلِحِينَ
नेक लोगों में से था
Waadkhalnahu fee rahmatina innahu mina alssaliheena (al-ʾAnbiyāʾ 21:75)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और उसको हमने अपनी दयालुता में प्रवेश कराया। निस्संदेह वह अच्छे लोगों में से था
English Sahih:
And We admitted him into Our mercy. Indeed, he was of the righteous. ([21] Al-Anbya : 75)