Skip to main content

وَالَّذِيْنَ هَاجَرُوْا فِيْ سَبِيْلِ اللّٰهِ ثُمَّ قُتِلُوْٓا اَوْ مَاتُوْا لَيَرْزُقَنَّهُمُ اللّٰهُ رِزْقًا حَسَنًاۗ وَاِنَّ اللّٰهَ لَهُوَ خَيْرُ الرّٰزِقِيْنَ   ( الحج: ٥٨ )

And those who
وَٱلَّذِينَ
और जिन्होंने
emigrated
هَاجَرُوا۟
हिजरत की
in
فِى
अल्लाह के रास्ते में
(the) way
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते में
then
ثُمَّ
फिर
were killed
قُتِلُوٓا۟
वो क़त्ल किए गए
or
أَوْ
या
died
مَاتُوا۟
वो मर गए
surely, Allah will provide them
لَيَرْزُقَنَّهُمُ
अलबत्ता ज़रूर रिज़्क़ देगा उन्हें
surely, Allah will provide them
ٱللَّهُ
अल्लाह
a provision
رِزْقًا
रिज़्क़
good
حَسَنًاۚ
अच्छा
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
surely, He
لَهُوَ
अलबत्ता वो ही
(is the) Best
خَيْرُ
बेहतर है
(of) the Providers
ٱلرَّٰزِقِينَ
सब रिज़्क़ देने वालों से

Waallatheena hajaroo fee sabeeli Allahi thumma qutiloo aw matoo layarzuqannahumu Allahu rizqan hasanan wainna Allaha lahuwa khayru alrraziqeena (al-Ḥajj 22:58)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जिन लोगों ने अल्लाह के मार्ग में घरबार छोड़ा, फिर मारे गए या मर गए, अल्लाह अवश्य उन्हें अच्छी आजीविका प्रदान करेगा। और निस्संदेह अल्लाह ही उत्तम आजीविका प्रदान करनेवाला है

English Sahih:

And those who emigrated for the cause of Allah and then were killed or died – Allah will surely provide for them a good provision. And indeed, it is Allah who is the best of providers. ([22] Al-Hajj : 58)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जिनके लिए ज़लील करने वाला अज़ाब है जिन लोगों ने खुदा की राह में अपने देस छोडे फ़िर शहीद किए गए या (आप अपनी मौत से) मर गए खुदा उन्हें (आख़िरत में) ज़रूर उम्दा रोज़ी अता फ़रमाएगा