سُوْرَةٌ اَنْزَلْنٰهَا وَفَرَضْنٰهَا وَاَنْزَلْنَا فِيْهَآ اٰيٰتٍۢ بَيِّنٰتٍ لَّعَلَّكُمْ تَذَكَّرُوْنَ ( النور: ١ )
A Surah -
سُورَةٌ
ये एक सूरत है
We (have) sent it down
أَنزَلْنَٰهَا
नाज़िल किया हमने इसे
and We (have) made it obligatory
وَفَرَضْنَٰهَا
और फ़र्ज़ किया हमने इसे
and We (have) revealed
وَأَنزَلْنَا
और नाज़िल कीं हमने
therein
فِيهَآ
इसमें
Verses
ءَايَٰتٍۭ
आयात
clear
بَيِّنَٰتٍ
वाज़ेह
so that you may
لَّعَلَّكُمْ
ताकि तुम
take heed
تَذَكَّرُونَ
तुम नसीहत पकड़ो
Sooratun anzalnaha wafaradnaha waanzalna feeha ayatin bayyinatin la'allakum tathakkaroona (an-Nūr 24:1)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यह एक (महत्वपूर्ण) सूरा है, जिसे हमने उतारा है। और इसे हमने अनिवार्य किया है, और इसमें हमने स्पष्ट आयतें (आदेश) अवतरित की है। कदाचित तुम शिक्षा ग्रहण करो
English Sahih:
[This is] a Surah which We have sent down and made [that within it] obligatory and revealed therein verses of clear evidence that you might remember. ([24] An-Nur : 1)