قَالَتْ اِنَّ الْمُلُوْكَ اِذَا دَخَلُوْا قَرْيَةً اَفْسَدُوْهَا وَجَعَلُوْٓا اَعِزَّةَ اَهْلِهَآ اَذِلَّةً ۚوَكَذٰلِكَ يَفْعَلُوْنَ ( النمل: ٣٤ )
She said
قَالَتْ
वो कहने लगी
"Indeed
إِنَّ
बेशक
the kings
ٱلْمُلُوكَ
बादशाह
when
إِذَا
जब
they enter
دَخَلُوا۟
वो दाख़िल होते हैं
a town
قَرْيَةً
किसी बस्ती में
they ruin it
أَفْسَدُوهَا
वो तबाह कर देते हैं उसे
and make
وَجَعَلُوٓا۟
और वो कर देते हैं
(the) most honorable
أَعِزَّةَ
उसके मुअज़्ज़िज़ बाशिन्दों को
(of) its people
أَهْلِهَآ
उसके मुअज़्ज़िज़ बाशिन्दों को
(the) lowest
أَذِلَّةًۖ
ज़लील
And thus
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
they do
يَفْعَلُونَ
ये करेंगे
Qalat inna almulooka itha dakhaloo qaryatan afsadooha waja'aloo a'izzata ahliha athillatan wakathalika yaf'aloona (an-Naml 27:34)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'सम्राट जब किसी बस्ती में प्रवेश करते है, तो उसे ख़राब कर देते है और वहाँ के प्रभावशाली लोगों को अपमानित करके रहते है। और वे ऐसा ही करेंगे
English Sahih:
She said, "Indeed kings – when they enter a city, they ruin it and render the honored of its people humbled. And thus do they do. ([27] An-Naml : 34)