۞ فَمَا كَانَ جَوَابَ قَوْمِهٖٓ اِلَّآ اَنْ قَالُوْٓا اَخْرِجُوْٓا اٰلَ لُوْطٍ مِّنْ قَرْيَتِكُمْۙ اِنَّهُمْ اُنَاسٌ يَّتَطَهَّرُوْنَ ( النمل: ٥٦ )
But not
فَمَا
तो ना
was
كَانَ
था
(the) answer
جَوَابَ
जवाब
(of) his people
قَوْمِهِۦٓ
उसकी क़ौम का
except
إِلَّآ
मगर
that
أَن
ये कि
they said
قَالُوٓا۟
उन्होंने कहा
"Drive out
أَخْرِجُوٓا۟
निकाल दो
(the) family
ءَالَ
आले लूत को
(of) Lut
لُوطٍ
आले लूत को
from
مِّن
अपनी बस्ती से
your town
قَرْيَتِكُمْۖ
अपनी बस्ती से
Indeed they
إِنَّهُمْ
बेशक वो
(are) people
أُنَاسٌ
लोग
who keep clean and pure
يَتَطَهَّرُونَ
वो बहुत पाकबाज़ बनते हैं
Fama kana jawaba qawmihi illa an qaloo akhrijoo ala lootin min qaryatikum innahum onasun yatatahharoona (an-Naml 27:56)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
परन्तु उसकी क़ौम के लोगों का उत्तर इसके सिवा कुछ न था कि उन्होंने कहा, 'निकाल बाहर करो लूत के घरवालों को अपनी बस्ती से। ये लोग सुथराई को बहुत पसन्द करते है!'
English Sahih:
But the answer of his people was not except that they said, "Expel the family of Lot from your city. Indeed, they are people who keep themselves pure." ([27] An-Naml : 56)