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وَمَا مِنْ غَاۤىِٕبَةٍ فِى السَّمَاۤءِ وَالْاَرْضِ اِلَّا فِيْ كِتٰبٍ مُّبِيْنٍ   ( النمل: ٧٥ )

And not (is)
وَمَا
और नहीं
any (thing)
مِنْ
कोई ग़ायब होने वाली
hidden
غَآئِبَةٍ
कोई ग़ायब होने वाली
in
فِى
आसमान में
the heavens
ٱلسَّمَآءِ
आसमान में
and the earth
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन में
but
إِلَّا
मगर
(is) in
فِى
एक किताब में है
a Record
كِتَٰبٍ
एक किताब में है
clear
مُّبِينٍ
वाज़ेह

Wama min ghaibatin fee alssamai waalardi illa fee kitabin mubeenin (an-Naml 27:75)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

आकाश और धरती में छिपी कोई भी चीज़ ऐसी नहीं जो एक स्पष्ट किताब में मौजूद न हो

English Sahih:

And there is nothing concealed within the heaven and the earth except that it is in a clear Register. ([27] An-Naml : 75)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और आसमान व ज़मीन में कोई ऐसी बात पोशीदा नहीं जो वाज़ेए व रौशन किताब (लौहे महफूज़) में (लिखी) मौजूद न हो