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وَلَمَّا بَلَغَ اَشُدَّهٗ وَاسْتَوٰىٓ اٰتَيْنٰهُ حُكْمًا وَّعِلْمًاۗ وَكَذٰلِكَ نَجْزِى الْمُحْسِنِيْنَ   ( القصص: ١٤ )

And when
وَلَمَّا
और जब
he reached
بَلَغَ
वो पहुँचा
his full strength
أَشُدَّهُۥ
अपनी जवानी को
and became mature
وَٱسْتَوَىٰٓ
और वो तवाना हो गया
We bestowed upon him
ءَاتَيْنَٰهُ
अता की हमने उसे
wisdom
حُكْمًا
हिकमत
and knowledge
وَعِلْمًاۚ
और इल्म
And thus
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
We reward
نَجْزِى
हम बदला देते हैं
the good-doers
ٱلْمُحْسِنِينَ
एहसान करने वालों को

Walamma balagha ashuddahu waistawa ataynahu hukman wa'ilman wakathalika najzee almuhsineena (al-Q̈aṣaṣ 28:14)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जब वह अपनी जवानी को पहुँचा और भरपूर हो गया, तो हमने उसे निर्णय-शक्ति और ज्ञान प्रदान किया। और सुकर्मी लोगों को हम इसी प्रकार बदला देते है

English Sahih:

And when he attained his full strength and was [mentally] mature, We bestowed upon him judgement and knowledge. And thus do We reward the doers of good. ([28] Al-Qasas : 14)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जब मूसा अपनी जवानी को पहुँचे और (हाथ पाँव निकाल के) दुरुस्त हो गए तो हमने उनको हिकमत और इल्म अता किया और नेकी करने वालों को हम यूँ जज़ाए खैर देते हैं