Skip to main content

۞ وَلَقَدْ وَصَّلْنَا لَهُمُ الْقَوْلَ لَعَلَّهُمْ يَتَذَكَّرُوْنَ ۗ   ( القصص: ٥١ )

And indeed
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We have conveyed
وَصَّلْنَا
पै दर पै भेजा हमने
to them
لَهُمُ
उनके लिए
the Word
ٱلْقَوْلَ
कलाम (अपना)
so that they may
لَعَلَّهُمْ
ताकि वो
remember
يَتَذَكَّرُونَ
वो नसीहत पकड़ें

Walaqad wassalna lahumu alqawla la'allahum yatathakkaroona (al-Q̈aṣaṣ 28:51)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हम उनके लिए वाणी बराबर अवतरित करते रहे, शायद वे ध्यान दें

English Sahih:

And We have [repeatedly] conveyed to them the word [i.e., the Quran] that they might be reminded. ([28] Al-Qasas : 51)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हम यक़ीनन लगातार (अपने एहकाम भेजकर) उनकी नसीहत करते रहे ताकि वह लोग नसीहत हासिल करें