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وَمَآ اَنْتُمْ بِمُعْجِزِيْنَ فِى الْاَرْضِ وَلَا فِى السَّمَاۤءِ ۖوَمَا لَكُمْ مِّنْ دُوْنِ اللّٰهِ مِنْ وَّلِيٍّ وَّلَا نَصِيْرٍ ࣖ  ( العنكبوت: ٢٢ )

And not
وَمَآ
और नहीं
you
أَنتُم
तुम
can escape
بِمُعْجِزِينَ
आजिज़ करने वाले
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
and not
وَلَا
और ना
in
فِى
आसमान में
the heaven
ٱلسَّمَآءِۖ
आसमान में
And not
وَمَا
और नहीं
for you
لَكُم
तुम्हारे लिए
besides
مِّن
सिवाए
besides
دُونِ
सिवाए
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
any
مِن
कोई दोस्त
protector
وَلِىٍّ
कोई दोस्त
and not
وَلَا
और ना
a helper
نَصِيرٍ
कोई मददगार

Wama antum bimu'jizeena fee alardi wala fee alssamai wama lakum min dooni Allahi min waliyyin wala naseerin (al-ʿAnkabūt 29:22)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तुम न तो धरती में क़ाबू से बाहर निकल सकते हो और न आकाश में। और अल्लाह से हटकर न तो तुम्हारा कोई मित्र है और न सहायक

English Sahih:

And you will not cause failure [to Allah] upon the earth or in the heaven. And you have not other than Allah any protector or any helper. ([29] Al-'Ankabut : 22)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और न तो तुम ज़मीन ही में ख़ुदा को ज़ेर कर सकते हो और न आसमान में और ख़ुदा के सिवा न तो तुम्हारा कोई सरपरस्त है और न मददगार