اَمْ حَسِبَ الَّذِيْنَ يَعْمَلُوْنَ السَّيِّاٰتِ اَنْ يَّسْبِقُوْنَا ۗسَاۤءَ مَا يَحْكُمُوْنَ ( العنكبوت: ٤ )
Or
أَمْ
या
think
حَسِبَ
समझ लिया
those who
ٱلَّذِينَ
उन लोगों ने जो
do
يَعْمَلُونَ
अमल करते हैं
evil deeds
ٱلسَّيِّـَٔاتِ
बुरे
that
أَن
कि
they can outrun Us
يَسْبِقُونَاۚ
वो सबक़त ले जाऐंगे हमसे
Evil is
سَآءَ
कितना बुरा है
what
مَا
जो
they judge
يَحْكُمُونَ
वो फ़ैसला कर रहे हैं
Am hasiba allatheena ya'maloona alssayyiati an yasbiqoona saa ma yahkumoona (al-ʿAnkabūt 29:4)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
या उन लोगों ने, जो बुरे कर्म करते है, यह समझ रखा है कि वे हमारे क़ाबू से बाहर निकल जाएँगे? बहुत बुरा है जो फ़ैसला वे कर रहे है
English Sahih:
Or do those who do evil deeds think they can outrun [i.e., escape] Us? Evil is what they judge. ([29] Al-'Ankabut : 4)